भारत में कोरोना माहमारी ने तबाही मचाई हुई है। रोजाना ही हजारों लोगों की जान संक्रमण ले रहा है। कोरोना लोगों की जिंदगी में वो जख्म दे रहा है जिसे वो कभी भर नहीं सकते। देश में शादियों का सीजन चल रहा है लेकिन कोरोना इस खुशी माहौल में सबसे बड़ा विलन बना हुआ है। ऐसी कई घटनाएं सामने आ रही हैं, जिसमे संक्रमण की वजह से सात जन्मों का बंधन कुछ पलों में ही टूट गया।
राजस्थान के जालोर जिले के रहने वाले शैतान सिंह की शादी 30 अप्रैल को हुई थी लेकिन कोरोना की वजह से उनकी तबीयत ख़राब होने लगी। एक मई को वो दुल्हन को लेकर घर पहुंचे और सभी रस्में पूरी की ही थीं कि उनकी तबियत बिगड़ने लगी। उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया लेकिन 9 मई की शाम को शैतान सिंह ने दुनिया को अलविदा कह दिया।
उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले में रहने वाले अर्जुन की शादी 25 अप्रैल को चांदपुर की बबली से हुई थी। अर्जुन बारात लेकर बड़ी खुशी और धूमधाम के साथ दुल्हन के द्वार पहुंचा था। सभी रस्में पूरी हुईं और शाम को 7 बजे दुल्हन दूल्हे साथ विदा हो गई। बारात बिजनौर वापस आ गई, लड़के के परिवार वाले काफी खुश थे लेकिन अर्जुन की तबीयत अचानक बिगड़ने लगी। रात में उसे तेज बुखार आ गया जो बढ़ता ही जा रहा था।
परिवार वालों ने उसे तुरंत जिला अस्पताल में भर्ती कराया और उसकी कोरोना जांच कराई, जो पॉजिटिव आई। अर्जुन को अस्पताल के कोरोना वार्ड में भर्ती तो करा दिया गया लेकिन उसकी हालत में सुधार नहीं हो रहा था। ऑक्सीजन की अस्पताल में कमी थी, जिसकी वजह से 29 अप्रैल को अर्जुन की मौत हो गई।
झारखंड के हजारीबाग जिले की रहने वाली प्रियंका कुमारी की शादी 28 अप्रैल को अनिल कुमार मेहता के साथ हुई थी लेकिन ईश्वर को कुछ ही मंजूर था और अनिल की मौत शादी के बाद कोरोना की वजह से हो गई। अनिल को कोरोना के लक्षण पहले से ही थे लेकिन उसे नजरअंदाज किया गया।