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कोरोना का कहर : प्रशासन ने नहीं दी शादी-विवाह को मंजूरी, टली सैकड़ों शादियां

Written by plusnews24

कोरोना वायरस(Coronavirus) के प्रभाव से लोगों का हाल बेहाल होता नजर आ रहा है लोगों की दिनचर्या पर बहुत ही बुरा असर पड़ रहा है इस महामारी का कहर अब शादी-विवाह(wedding marriage) में भी दिखने लगा है हिंदू धर्म में बहुत लंबे समय के बाद विवाह का शुभ मुहूर्त आते हैं नवरात्रि से इन सब कामों का आरंभ हो जाता है सोमवार से शादियों का सीजन शुरू होने जा रहा है मगर कोरोनावायरस के प्रकोप के कारण एमपी के इंदौर में प्रशासन ने विवाह समारोह को मंजूरी देने से मना कर दिया है इसका नतीजा यह हुआ कि वहां पर होने वाली सैकड़ों शादियां टल गई है और लोगों की बैंड बाजे के साथ शादी करने का सपना सपना ही रह गया।

जिला अधिकारी मनीष सिंह ने रविवार को बताया कोरोनावायरस के कहर को देखते हुए हम अभी जिले में होने वाली शादी समारोह की इजाजत नहीं दे सकते हैं हमें आम पब्लिक की चिंता है बता दें कि महामारी की ऊंची संक्रमण दर के मद्देनजर प्रशासन ने शनिवार को ही निर्णय कर लिया कि इंदौर के नगरी क्षेत्रों में 12 अप्रैल से कोरोना कर्फ्यू 23 अप्रैल तक जारी रहेगा।

शादियों की बुकिंग हुई कैंसिल

इसी दौरान इंदौर होटलियर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष सुमित सूरी ने बताया कि अप्रैल और मई में स्थानीय होटलों और वैवाहिक गेस्ट हाउस में करीब 1500 शादियों की बुकिंग थी लेकिन कोरोनावायरस के कहर को देखते हुए लोगों ने बहुत सी बुकिंग कैंसिल कर दी है। बड़े-बड़े अनुमान के हवाले से बताया कि यह शादियां टलने से स्थानीय होटल उद्योग को कम से कम 200 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ होगा।

कम पड़ें रेमेडेसिविर इंजेक्शन

आपको बता दें इंदौर मैं कोरोनावायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित जिला है। जहां कोरोनावायरस की दूसरी लहर का सबसे घातक प्रभाव खासकर रेमडेसिविर दवा तथा मेडिकल ऑक्सीजन की कमी लगातार बनी हुई है। साथ ही बता दे किसी भी मरीज को हॉस्पिटल में एक बिस्तर के लिए न जाने कितनी मशक्कत करनी पड़ रही है हेल्थ विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि इंदौर जिले में 24 मार्च 2020 से लेकर अब तक महामारी के कुल 89300 सत्रह मरीज मिले हैं। इनमें से 1, 047 लोगों की इलाज के दौरान मृत्यु हो चुकी है।

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