देश में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे में देश के जिन राज्यों में कोरोना के मरीज लगातार बढ़ रहे हैं उनमें महाराष्ट्र का नाम भी शामिल है। इसके बादजूद महाराष्ट्र से एक बेहद लापरवाही वाली तस्वीर सामने आई है। इस तस्वीर को देखने के बाद सवाल ये उठता है कि इस लापरवाही के लिए किसे जिम्मेदार ठहराया जाए…?
इलाज के लिए महाराष्ट्र से आए सूरत
दरअसल एक परिवार के तीन सदस्य कोरोना वायरस से संक्रमित है और तीनों को इलाज नहीं मिल रहा है। यह पूरा मामला सूरत के नंदुरबार जिले का है, जहां बुजुर्ग दंपत्ति और उनका 32 साल का बेटा कोरोनावायरस से संक्रमित है। तीनों इलाज के लिए महाराष्ट्र से सूरत आए हैं, लेकिन अब तक सिर्फ पिता को ही इलाज के लिए अस्पताल में एडमिट किया गया है।
भगवान भरोसे लड़ रहे जिंदगी की जंग
सामने आई तस्वीर के मुताबिक कोरोना संक्रमित होने के बावजूद मां-बेटे को अस्पताल के बाहर सीढ़ियों पर छोड़ दिया गया है। ऐसे हालातों में मां-बेटा दोनों अपनी जिंदगी की जंग भगवान भरोसे लड़ रहे हैं। सूरत के सरकारी और प्राइवेट अस्पताल मरीजों से पूरी तरह से भर चुके हैं। इन हालातों में इस परिवार को सरकारी अस्पताल में जगह नहीं मिली है। मजबूरन इलाज के लिए प्राइवेट अस्पताल का रुख किया, लेकिन वहां भी भारी-भरकम भीड़ के चलते उन्हें इलाज नहीं मिला।
अस्पताल की सीढ़ियों पर हो रहा इलाज
हालात यह है कि बीते एक हफ्ते से दोनों मां-बेटा का इलाज अस्पताल की सीढ़ियों पर हो रहा हैं। जहां एक ओर सरकार कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते रोजमर्रा की जिंदगी के ठप होने का रोना रो रही है, ऐसे में सरकार की इतनी बड़ी लापरवाही का असल जिम्मेदार कौन है?