कोरोना महामारी के बढ़ते मामलों के बीच संक्रमण बच्चों के लिए बेहद घातक हो गया है। बच्चों की सुरक्षा के लिए उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immunity) मजबूत होनी जरुरी है। कोरोना की पहली लहर जहां बुजुर्गों के लिए घातक थी, वहीं दूसरी लहर युवाओं के लिए जानलेवा है। एक्सपर्ट्स का कहना हैं कि तीसरी लहर अब बच्चों के लिए घातक होगी। इस जानकारी के बाद अभिभावकों की चिंता बढ़ गई है। बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत तभी होती है, जब वो संतुलित भोजन करते हैं। फिटनेस पर काम करें। इसके आलावा कुछ आयुर्वेदिक उपाय हैं, जिसकी मदद से बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाया जा सकता है।
तुलसी
तुलसी में असाधारण औषधीय गुण होते हैं, जिसके फायदे भी अनगिनत होते हैं। तुलसी में विटामिन सी, ए और के भरपूर मात्रा में होती है। जब आपको बुखार आ रहा तो आप तुलसी का सेवन कर सकते हैं क्योंकि इससे फीवर कम होता है। वहीं सर्दी हो या खांसी दोनों से ही राहत तुलसी से मिलती है। आयुर्वेद में दिल के लिए भी तुलसी को काफी फायदेमंद बताया गया है।
आंवला
कोरोना काल में आंवला की मांग काफी बढ़ गयी है। इसकी वजह है विटामिन सी, जो आंवला में भरपूर मात्रा में होता है। जो सर्दी जुकाम और गले की सूजन को कम करने में मदद करता है। इसके सेवन से बाल स्वस्थ रहते हैं। वहीं डायबिटीज से राहत मिलती है और आंखों के लिए भी इसे काफी लाभकारी बताया गया है।
हल्दी
हल्दी भारत में हर घर में मिलती है। यह भारतीय मसाला जहां भोजन का स्वाद बढ़ाता है, वहीं इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स भरपूर मात्रा में होता है। हल्दी को लोग दूध में डालकर पीते हैं। यह सेहत के लिए काफी अच्छी होती है। इसका सेवन नियमित करने पर दिल की बीमारी होने की संभवना काफी कम होती है। हल्दी सूजन भी कम करती है और इसमें कैंसर रोधी गुण भी होता है। त्वचा के लिए भी हल्दी काफी अच्छी है।